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पुरुषों और महिलाओं में "गुप्त रोग" और मानसिक रोग का आयुर्वेदिक इलाज
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पुरुषों में गुप्त रोग

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पुरुषों में गुप्त रोग

पुरुषों में गुप्त रोग में ‘नपुंसकता’ सबसे पहले नंबर पर आती है और इसका अर्थ है सम्भोग के लिए पर्याप्त इरेक्शन का न होना या इरेक्शन को बनाये रखने में समस्या का सामना करना। वहीं कई पुरुषों को जीवन में कभी न कभी यह समस्या अवश्य होती है। यह समस्या अधिक उम्र के पुरुषों में बेहद सामान्य है। इसके कारण शारीरिक और साइकोलॉजिकल दोनों हो सकते है। जैसे कोई बीमारी, अधिक उम्र, दवाईयां, तनाव आदि।

सेक्स में रूचि का कम होना या इसको खो देना बहुत सामान्य समस्या है। इसका कोई मुख्य कारण भी नहीं होता। पुरुषों की कामेच्छा रिश्ते के सुधरने, अच्छा स्वास्थ्य, फिटनेस या आराम आदि से बढ़ सकती है। लेकिन अपने पार्टनर के साथ रिश्ता अच्छा न होना, तनाव, अधिक काम या समस्याओं के कारण यह इच्छा कम हो सकती है। इस समस्या को दूर करने के लिए पार्टनर का प्यार और सहयोग होना आवश्यक है।

शीघ्रपतन, पुरुषों में असामान्य बीमारी नहीं है। इस समस्या का सामना भी जीवन में पुरुष कभी न कभी करते है। कम उम्र के पुरुषों में यह समस्या अधिक देखी जा सकती है। वहीं इस समस्या का कोई निश्चित समय नहीं है कि सेक्स के दौरान वीर्यस्खलन कब होना चाहिए। लेकिन, शीघ्रपतन उसे कह सकते है, जब सम्भोग के कुछ देर या सेकंड्स में ही वीर्यस्खलन हो जाए। हालांकि, कभी-कभी ऐसा होना चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर ऐसा नियमित रूप से हो तो यह बड़ी समस्या आपके लिए खड़ी कर सकते है।

कुछ पुरुष बिना वीर्यस्खलन के ही ऑर्गैज्म प्राप्त कर लेते है। वहीं उनमें वीर्यस्खलन की इच्छा तो होती है लेकिन वीर्य नहीं निकलता।

धातु दोष, के कारण भी पुरुषों के यौन के हिस्से में कमी आ जाती है और इस कमजोरी के कारण उनके विवाहित जीवन पर भी बहुत गहरा असर पड़ता है।लिंग में अधिक देर तक इरेक्शन को प्रायापिज़्म (priapism) कहा जाता है। इस इरेक्शन का कारण यौन उत्तेजना भी हो सकती है। यह इरेक्शन बहुत दर्दनाक होता है और दो घंटे या इससे अधिक देर तक भी रह सकता है। प्रायापिज़्म आपातकालीन स्थिति है। अगर इसका इलाज सही समय पर न हो तो लिंग को नुकसान होने की संभावना बढ़ सकती है।

टेस्टोस्टेरोन जोकि एक हार्मोन होते है पुरुषों के अंदर, जो पुरुषों के यौन अंगों का विकास करते है इसके साथ ही सेक्स की इच्छा को भी बढ़ाते है। टेस्टोस्टेरोन की मात्रा उम्र के बढ़ने के साथ कम हो जाती है। इनमे कमी के कुछ कारण है, जैसे – तनाव, नशे की लत, कोई बीमारी जैसे कैंसर, शरीर में आयरन की अधिक मात्रा आदि।

धातु दोष, के कारण भी पुरुषों के यौन के हिस्से में कमी आ जाती है और इस कमजोरी के कारण उनके विवाहित जीवन पर भी बहुत गहरा असर पड़ता है।