महिलाओं में यौन रोग
महिलाओं में सेक्स रोग के मनोवैज्ञानिक कारण :
शारीरिक या यौन शोषण – अगर कोई व्यक्ति पहले किसी शारीरिक या यौन शोषण से जूझ चूका है तो उन्हें सेक्स करने के दौरान डर रहता है, जिसकी वजह से वह सेक्स संबंधित समस्याओं का समाना करना पड़ सकता है। यह स्थिति महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा होती है, क्योंकि जीवन में कभी न कभी महिलाओं को यौन शोषण का सामना करना पड़ता है।
पार्टनर से नाखुश – काफी बार देखा गया है कि महिलाओं को अगर अपना पार्टनर पसंद न आए तो उसकी वजह से भी वह सेक्स संबंधित समस्याओं का सामना कर सकती है। इसमें अगर पुरुष महिला को चरमसुख नहीं दिला पता तो भी महिला को पार्टनर के साथ संबंध स्थापित करने की इच्छा नहीं होती।
डिप्रेशन – जब कोई डिप्रेशन से जूझता है तो उसकी वजह से व्यक्ति की उन सभी चीजों में रूचि खत्म होने लगती है जिसमे पहले उसका मन लगता था, इसमें सेक्स भी शामिल है। पुरुषों में डिप्रेशन होने पर शीघ्रपतन की समस्या हो सकती है वहीं महिलाओं को सेक्स करने की इच्छा ही नहीं होती।
तनाव – घर, काम, संपत्ति या किसी भी चीज़ का तनाव होने पर सेक्स का आनंद लेने पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है। इस संबंध में हुए अध्यनों की माने तो तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का शरीर में स्तर बढ़ने से सेक्स ड्राइव कम हो जाता है।

महिलाओं को सेक्स रोग होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं? What symptoms do women see when they have sex dysfunction?
अगर कोई महिला सेक्स के दौरान निम्न वर्णित समस्याओं से जूझ रही है तो उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि उन्हें सेक्स रोग हो चूका है। महिला को सेक्स समस्या होने पर यह लक्षण दिखाई देते हैं :-
सेक्स के दौरान दर्द होना – अगर कोई महिला सेक्स के दौरान दर्द को अनुभव करती है तो यह योनि के सूखेपन या यह डिम्बग्रंथि के सिस्ट या एंडोमेट्रियोसिस का लक्षण हो सकता है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से बात करें।
उत्तेजना संबंधी समस्याएं – अगर किसी महिला का साथी शीघ्रपतन या स्तंभन दोष से न झुझते हुए भी महिला को सेक्स के दौरान उत्तेजित न कर पाए या उसे चरमसुख की प्राप्ति न करवा पाए तो यह भी सेक्स संबधित रोग का लक्षण हो सकता है। महिला को यह समस्या रजोनिवृत्ति, मूड परिवर्तन, सेक्स के दौरान सूखापन या दर्द का अनुभव करने के कारण हो सकती है।
सेक्स की कम इच्छा होना – अक्सर जब महिला रजोनिवृत्ति की ओर बढ़ती हैं तो उनमे सेक्स हार्मोन में गिरावट आने लगती है जिसकी वजह से उनकी कामेच्छा (libido) कम होने लगती है। लेकिन कम इच्छा केवल वृद्ध महिलाओं के लिए एक समस्या नहीं है, बल्कि तनाव और यौन शौषण के कारण अब यह समस्या कम उम्र की महिलाओं में भी देखि जा रही है। इसके अलावा जो महिलाऐं मधुमेह और उच्च रक्तचाप से जूझ रही है उन्हें भी यह समस्या हो सकती है। साथ ही साथ जो महिलाएं एंटीडिप्रेसेंट, हार्मोनल गर्भनिरोधक जैसी दवाएं लेती हैं उन्हें भी यह समस्या हो सकती है।
योनि का सूखापन – अगर कोई महिला योनि में सूखेपन को महसूस करती है तो यह भी सेक्स रोग का लक्षण हो सकता है। महिला को योनि का सूखापन स्तनपान या रजोनिवृत्ति के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों के परिणामस्वरूप हो सकता है जो कि कुछ समय के लिए होता है, लेकिन अगर इस ओर ध्यान न दिया जाए तो यह उम्र भर भी रह सकता है।