लिकोरिया (सफेद पानी)
यौन स्वास्थ्य पर ध्यान न देने के कारण महिलाओं को कई तरह की परेशानियां होती हैं। लिकोरिया (Likoria) यानी योनि से सफेद पानी आना भी उन्हीं में से एक है। यह एक सामान्य समस्या है जिसका आसानी से उपचार किया जा सकता है।
लिकोरिया को आम बोलचाल की भाषा में सफेद पानी, श्वेत प्रदर या व्हाइट डिस्चार्ज के नाम से जाना जाता है। यह महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है जो पीरियड्स से पहले या बाद में सामान्य तौरपर एक से दो दिन के लिए होता है।
इससे पीड़ित महिला की योनि से सफेद, पीला, हल्का नीला या लाल रंग का चिपचिपा और बदबूदार पदार्थ का स्राव होता है। ज्यादातर मामलों में यह स्राव सफेद रंग का होता है। हर महिला में इस स्राव की मात्रा और समयावधि अलग-अलग हो सकती है।

लिकोरिया के प्रकार (Types of Likoria)
स्पष्ट और फैला हुआ
यह “उपजाऊ” श्लेष्मा है जो एक महिला की ओवुलेशन की ओर इशारा करता है।
साफ और पानीदार
यह आपके चक्र के अलग-अलग समय पर होता है और व्यायाम करने के बाद विशेष रूप से भारी हो सकता है।
पीला या हरा
यह एक संक्रमण का संकेत हो सकता है, खासकर अगर यह पनीर की तरह गाढ़ा या चिपचिपा हो या उसमें दुर्गंध हो।
भूरा
मासिक धर्म के ठीक बाद हो सकता है क्योंकि आपका शरीर आपकी योनि की “सफाई” कर रहा होता है। पुराना खून भूरा दिखता है।
स्पॉटिंग ब्लड
यह मध्य-चक्र या ओव्यूलेशन के दौरान हो सकता है। कभी-कभी गर्भावस्था की शुरुआत में आपको स्पॉटिंग या भूरे रंग का डिस्चार्ज हो सकता है जिस समय आपकी अवधि सामान्य रूप से आएगी।

लिकोरिया का कारण (Cause of Leucorrhea)
-   योनि की स्वस्छता का ध्यान नहीं रखना
-   शरीर में खून की कमी होना
-   अत्यधिक हस्तमैथुन करना
-   गलत तरह से शारीरिक संबंध बनाना
-   अत्यधिक उपवास करना
-   अधिक मेहनत करना
-   तीखे, तैलीय और मसालेदार पदार्थों का अधिक सेवन करना
-   किसी बीमारी से पीड़ित पुरुष के साथ संबंध बनाना
-   मन में हमेशा कामुक विचार होना
-   योनि में बैक्टीरिया होना
-   बार-बार गर्भपात होना या कराना
-   गर्भवती होना
-   यूरिनरी इंफेक्शन होना
-   रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना
-   मधुमेह के कारण योनि में फंगल यीस्ट इंफेक्शन होना
-   विटामिन सी की कमी होना
-   विटामिन डी की कमी होना
-   एस्ट्रोजन डेफिशियेंसी यानी एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल कम होना